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शनिवार, 10 अप्रैल 2021

भयभीत होने से हो सकता है कोरोना संक्रमित

 

जिस तरह जंगल में लगी आग तेजी से फैलता है उसी तरह वर्तमान में भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। भारत दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले में तीसरे पायदान पर पहुंच गयी है। डब्ल्यू एच ओ (WHO) के अनुसार कोरोना संक्रमण के मामले में पहले स्थान पर अमरीका, दूसरे स्थान पर ब्राजिल है। विश्व स्तर पर 7 अप्रैल 2021 तक कोरोना संक्रमण की वजह से 28,67,242 मौतों सहित 13,20,46,206 लोगों की कोरोना संक्रमण की पुष्टि किया गया है। 

कोरोना के बढ़ते संक्रमण से जहाँ एक ओर आमजनों में भय व्याप्त है, वहीं कुछ लापरवाह लोग कोरोना गाईड लाईन का पालन नहीं कर रहे हैं, जिस वजह से इसकी रफ्तार तेज हो गयी है। भयभीत होने से कोरोना वायरस आपको संक्रमित कर सकती है। भयभीत न होकर आत्मविश्वास बुलंद करें और स्वयं जागरूक होकर कोरोना गाईड लाईन का पालन करें तो निश्चित ही कोरोना को पराजित करनें में हम सभी को सफलता मिलेगी। 

कोरोनो को हराने के लिये केवल शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधि या अधिकारी-कर्मचारी का प्रयास ही काफी नहीं है बल्कि देश के प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी को समझने, स्वयं के साथ परिवार के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने आवश्यकता है। संक्रमण से बचे रहने के लिए सारे उपाय कर रहे हैं, लेकिन फिर भी आपको इस बात की घबराहट है कि कहीं आपको संक्रमण न हो जाए, तो शायद यह आपके लिए बहुत बड़ी गलती साबित हो सकती है! और आप आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। भय किस प्रकार आपको कोरोना संक्रमण से ग्रसित कर सकता है, इसकी जानकारी इस लेख में प्रदान की गई है।

क्या है कोरोना के लक्षण

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोविड-19 वायरस, अलग-अलग लोगों को अलग-अलग तरह से प्रभावित करता है. संक्रमित हुए ज़्यादातर लोगों को थोड़े से लेकर मध्यम लक्षण तक की बीमारी होती है और वे अस्पताल में भर्ती हुए बिना ठीक हो जाते हैं. सामान्य लक्षण के तहत बुखार, सूखी खांसी, थकान का अनुभव होता है। जबकि खुजली, दर्द, गले में खराश, दस्त, आँख आना, सिर दर्द, स्वाद और गंध न पता चलना, त्वचा पर चकत्ते आना या हाथ- पैर की उंगलियों का रंग बदल जाना कम पाये जाने लक्षण है।  सांस लेने में दिक्कत या सांस फूलना, सीने में दर्द या दबाव, बोलने या चलने-फिरने में असमर्थ गंभीर लक्षण है। गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सा अवश्य लेना चाहिए। जो लोग स्वस्थ्य हैं और उन्हें वायरस के थोड़े-बहुत लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो उन्हें तुरंत चिकित्सक से सलाह लेकर घर पर ही रहना चाहिए। वायरस से संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण दिखाई देने में आम तौर पर 5-6 दिन लगते हैं। हालांकि, कुछ मामलों में लक्षण दिखने में 14 दिन भी लग सकते हैं.

कोरोना से बचने के उपाय

शासन द्वारा लगातार कोरोना से बचने के लिये आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया जा रहा है। इसके बावजूद अधिकांशत: देखा जा रहा है कि लोग स्वयं व अपने परिवार परिवार की जान का परवाह किये बिना ही शासन द्वारा जारी कोरोना गाईड लाईन का पालन नहीं कर रहे हैं। 

मास्क का करें उपयोग - कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिये सबसे कारगार उपाय है मास्क लगाना। कई लोग मास्क लगाने में भी गलती करते हैं और मास्क को ऐसा लगाते है कि नाक पूरा खुला रहता है, कुछ लोग तो मास्क को केवल भीड़ वाले स्थान पर लगाते है। वाहन चलाते समय मास्क नहीं लगाते जैसे उन्हें कोरोना वायरस दिखायी दे रहा है या उनके पास कोरोना वायरस बताकर कर आ रहा है। कोरोना संक्रमण कहाँ से आयेगा इसकी जानकारी किसी को नहीं है, उसके बावजूद भी इस प्रकार की गलती करना स्वयं के जान को जोखिम में डालना है। मास्क लगाने का सही तरीका है पूरी तरह नाक व मूंह ढके हो तभी मास्क लगाने का लाभ होगा अन्यथा आप चौबिसों घंटे मास्क पहने रहे उसका कोई लाभ नहीं है। 

हाथ को पानी या साबून से धोना है जरूरी- हाथ को जहां तहां नहीं रखना चाहिए तथा बार-बार साबून से अच्छी तरह से साफ धोना चाहिए, न कि साबून लगाये और पानी में तुरंत धो दिये। हाथ धोने में किसी प्रकार की कोताही न करें। हाथ के सभी ऊंगलियों, हथेली सहित सभी जगह को पूरी तरह धोना चाहिए। कहीं भी बाहर घूमने या आवश्यक काम से जाने के दौरान हाथ से चेहरे को स्पर्श नहीं करना चाहिए। 

दो गज की दूरी आवश्यक- जब भी हम अपने आवश्यक कार्य से घर से बाहर निकले तो अन्य लोगों से दो गज की दूरी आवश्य बनाये रखे। आमतौर पर देखा जा रहा है कि लोग भीड़ लगाकर दुकानों में खड़े रहते हैं, किसी से भी दूरी नहीं बनाते। ऐसी स्थिति में भीड़ में खड़ा व्यक्ति यह भी नहीं जानता की उसके बाजू में खड़ा हुआ व्यक्ति कहाँ से आया है? इसलिये आवश्यक है कि दो गज की दूरी बनाकर ही रखे। भीड़ के साथ खड़ा होने से आपका काम पहले नहीं हो जायेगा स्वयं को संयम में रखे आपका प्रत्येक काम होगा जरूर किन्तु थोड़ी देर होगा। क्योंकि जीवन है तो जहान है। आप सुरक्षित रहोंगे तभी तो आपका परिवार सुरक्षित व स्वस्थ रहेगा। 

कोरोना संक्रमण से डरे नहीं, आत्मविश्वास रखे बुलंद- 

आप इस बात को सुनकर अचंभित जरूर होंगे की सारे बचाव टिप्स को अपनाने के बाद भी हम संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। दरअसल, संक्रमण होने का डर ही आपको संक्रमण   की चपेट में ला सकता है। क्योंकि डरने के कारण आपका इम्यून सिस्टम (प्रतिरोधक क्षमता) कमजोर हो जाता है, और जैसे ही प्रतिरोधक क्षमता कम हुआ वैसे ही कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया। यदि आपको कोरोना संक्रमण हो भी जाता है तो भयभीत होने की जरूरत नहीं है, आप तत्काल स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क कर दवाई ले और हमेशा यह विश्वास रखे की आपके स्वास्थ्य में सुधार आ रहा है। सकारात्मक सोच रखने से ही आपका प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी और दवाई का असर होगा। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का हौसल बढ़ाईये, उन्हें यह अहसास दिलायी कि आप बहुत जल्द ठीक हो जायेंगे। ऐसा करके भी आप एक प्रकार से उनकी मदद करेंगे, जिससे उनके अंदर एक आत्मविश्वास पैदा होगा।

कोरोना महामारी ने दुनिया भर में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा और व्यापक प्रभाव डाला है।  आम जनता के सामने मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ हैं, जिसके कारण मनोवैज्ञानिक संकट, अवसाद, तनाव, अनिद्रा, मतिभ्रम जैसी रोगों से कुछ लोग ग्रसित हो रहे हैं। इसके अलावा, जीवन शैली के प्रतिबंध से संबंधित चिंताएं, नौकरी के नुकसान और भविष्य के बारे में अनिश्चितता आदि सोचकर भी लोग भयभीत हो रहे हैं। भारत सरकार के द्वारा कोविड-19 के साथ ही उक्त रोगों के निदान के लिये भी  चिकित्सा अधिकारियों और मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए विशिष्ट दिशा-निर्देश जारी किया गया है। 

प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपाय

विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों सहित विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा भी कोरोना वायरस से लड़ने के लिये ्रे४ल्ल्र३८ इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाकर वायरस और अन्य बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। स्वस्थ और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी गई है। भारत सरकार के फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी आफ इंडिया (एफएसएसएआई) विभाग ने कुछ पौधे आधारित खाद्य पदार्थों की सलाह दी है, जिसे आहार में शामिल किया जा सकता है, जिसमें आंवला, संतरा, पपीता, शिमला मिर्च, अमरूद, नींबू आदि शामिल हैं। इन फलों में विटामिन सी होने के अलावा स्वस्थ रहने के लिये लाभदायक है। 


कोरोना वैक्सीनेशन आवश्यक

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार टीकाकरण लोगों को हानिकारक बीमारियों से बचाने का एक सरल, सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। यह विशिष्ट संक्रमणों के प्रतिरोध का निर्माण करने के लिए आपके शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा का उपयोग करता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। टीका सुरक्षा बनाने के लिए आपके शरीर की प्राकृतिक सुरक्षा के साथ काम करके बीमारी होने के जोखिम को कम करता हैं। जब आप टीका लगवाते हैं तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली हमलावर रोगाणु को पहचानता है। एंटीबॉडी का उत्पादन करता है। आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके अस्वस्थ होने से पहले इसे जल्दी से नष्ट कर सकती है। इसलिए यह वैक्सीन बीमारी पैदा किए बिना शरीर में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करने का एक सुरक्षित तरीका है। जब समुदाय में टीकाकरण हो जाता है, तो झुंड प्रतिरक्षा के माध्यम से अप्रत्यक्ष सुरक्षा विकसित होती है। इसलिये प्रत्येक नागरिकों को कोरोना का टीका लगवाना चाहिए। जिससे वह स्वयं सुरक्षित रहने के साथ ही अपने परिवार, पड़ोसी, रिश्तेदारों को सुरक्षित रख सकें।


कोरोना गाईड लाईन का पालन करें, मास्क जरूर पहने, बार-बार हाथ धोये और सामाजिक दूरी बनाये रखे। आप सुरक्षित है तो सभी सुरक्षित है। कोई भी समस्या आने पर तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें और कोरोना टीका अवश्य लगवाये। 

प्रणाम